जिनका नाम नहीं उन्हें शोहरत मिलेगी, बस गौमाता को गोद लो और खेल देखो।
गौ माता की सेवा से जीवन में शांति, समृद्धि और खुशहाली आती है।
ABOUT THE GAUSHALA PROJECT
The “Gaushala Project” is an online website of the Gaushala located in the country. Through the website, you can:
1. Make a donation for the welfare of cows and other animals.
2. Adopt a cow on a monthly, yearly or lifetime basis.
3. Keep a track of your donation money, thus you will be assured that your money is being utilized for the right purposes only.
Our vision is to ensure that all cows and other animals in need are taken care of and have a home so that they do not need to roam on the streets as stray animals.
Welcome Priyakant Ju Gaushala
श्री राधा कृष्ण को समर्पित श्री प्रियाकांत जू मंदिर के प्रांगण में पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में प्रियाकान्त जू गौशाला संचालित की जा रही है। ठाकुर श्री प्रियाकान्त जू मंदिर के सप्तम पाटोत्सव पर प्रियाकान्त जू गौशाला का लोकार्पण किया गया। गौशाला का लोकार्पण पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के साथ उत्तर प्रदेश के कारागार व गन्ना मंत्री उपस्थित रहे।
गौ सेवा का महत्व बताते हुए पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने कहा कि श्रीकृष्ण को मानने वालों को वही करना चाहिए जो उन्हें प्रिय है। कन्हैया को गौ माता अत्यंत प्रिय है, इसलिए प्रत्येक सनातनी को गौ सेवा करनी चाहिए।
गौशाला की सेवा के महात्मय से शास्त्र भरे पड़े हैं। ऐसे में हमें गौ सेवा को महत्व देना चाहिए। तीर्थ स्थानों में जाकर स्नान दान से जो पुण्य प्राप्त होता है, ब्राह्मणों को भोजन कराने से जिस पुण्य की प्राप्ति होती है, संपूर्ण व्रत-उपवास, तपस्या, महादान तथा हरि की आराधना करने पर जो पुण्य प्राप्त होता है, संपूर्ण पृथ्वी की परिक्रमा, संपूर्ण वेदों के पढ़ने तथा समस्त यज्ञों के करने से मनुष्य जिस पुण्य को पाता है, वही पुण्य बुद्धिमान पुरुष गौ माता को घास खिलाकर प्राप्त कर लेता है। जो पुरुष गौ की सेवा और सब प्रकार से उनका अनुगमन करता है, उस पर संतुष्ट होकर गौ माता उसे अत्यंत दुर्लभ वर प्रदान करती है। गाय के दूध, दही, घी, गोबर, गोमूत्र का एक निश्चित अनुपात में मिश्रण पंचगव्य कहलाता है। पंचगव्य का सेवन करने से मनुष्य के समस्त पाप उसी प्रकार भस्म हो जाते हैं।
HOW WE TAKE CARE OF GAUSHALA
Cows are well respected and worshipped in Indian culture from ancient times. Cows help us in many ways and its our responsibility to help them. In Sanatan Dharm cow is not seen as an animal for use only but as mother.
Through our Gaushala, we make sure that cows are fed properly and are taken care of in the most warm-hearted manner. But we alone are unable to do everything and that is why we need your support. Even a small amount of donation means a lot for us and surely it will result in blessings to you.
Donate Now To Make A Difference
Adopt a Cow and Earn Godly Blessings
हमारी सुविधाएं
Address
प्रियाकान्त जू गौशाला
शेरगढ़ रोड, नेशनल हाइवे – 19,
जैत, जिला – मथुरा,
उत्तर प्रदेश, पिन कोड – 281401
Priyakant Ju Gaushala
Shergarh Road, National Highway – 19,
Jait, District – Mathura,
Uttar Pradesh, Pin Code – 281401